जेएनयू वाले कन्हैया कुमार लड़ेंगे बेगूसराय लोकसभा सीट से

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नंद किशोर सिंह

  • महागठबंधन में शामिल वाम दल के उम्मीदवार होंगे छात्र नेता
  • वामदल को बिहार में मिलेगी महज बेगूसराय लोकसभा सीट
  • शरद यादव के पुत्र को आरजेडी प्रत्याशी बनाने की तैयारी
  • महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर किचकिच नहीं

पटना। अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एक ओर सभी की निगाहें इस ओर है टिकी हैं कि राज्य में एनडीए के घटक दल किस तरह से सीट बंटवारे पर समझौता करते हैं। वहीं इस बीच महागठबंधन में शामिल घटक दल अपने गठबंधन को और भी व्यापक बनाने के प्रयास में लगे हुए हैं। इन घटक दलों में आरजेडी, कांग्रेस और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेकुलर (हम) की ओर से एनसीपी, वामपंथी दलों और शरद यादव को अपने साथ लेकर चलने के साथ ही एनडीए में शामिल रालोसपा को भी अपने गठबंधन में शामिल कर महागठबंधन को और व्यापक बनाने की कोशिश की जा रही है।

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महागठबंधन में शामिल आरजेडी, कांग्रेस और हम के सूत्रों ने बताया कि मीडिया की चकाचौंध से दूर गठबंधन के घटक दलों के शीर्ष नेताओं के बीच बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में उनकी असली जमीनी नेता के ताकत के आधार पर एक राय कायम करने की दिशा में प्रयास जारी है।

हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान के मुताबिक पार्टी प्रमुख जीतन राम मांझी की यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ दिल्ली में मुलाकात के दौरान लाभप्रद बातचीत हुई है। कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने गत 12 जुलाई को आरजेडी  के प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की थी ।

लालू प्रसाद यादव के छोटे पुत्र तेजस्वी यादव, राहुल गांधी के साथ पूर्व में कई बार मुलाकात कर चुके हैं। केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार में शामिल रालोसपा प्रमुख व केंद्रीय राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा हालांकि महागठबंधन में जाने की चर्चा से लगातार इनकार करते आ रहे हैं, पर एनसीपी, वामपंथी दलों और शरद यादव को अपने साथ लेकर चल रहे महागठबंधन सूत्रों का दावा है  कि अंततः वे उनके गठबंधन का हिस्सा होंगे।

महागठबंधन सूत्रों के मुताबिक घटक दलों के बीच अब तक की सीटों को लेकर वार्ता के अनुसार बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से लगभग आधी सीटों पर लालू प्रसाद का आरजेडी चुनाव लड़ेगा। वहीं कांग्रेस को 10, हम और रालोसपा को 4-4 सीटें मिलेगी। एनसीपी और वाम दल को एक-एक सीट मिलेगी।

संभावना जतायी जा रही है कि शरद यादव अपने बेटे को आरजेडी के चुनाव चिन्ह पर चुनावी मैदान में उतार सकते हैं।  हाल में एनडीए को छोड़कर महागठबंधन में शामिल हुए हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी 5 सीटें लोकसभा में लेने के लिए कोशिश कर रहे हैं। वहीं वामदल द्वारा जेएनयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष व बेगूसराय बीहट के लाल कन्हैया कुमार को बेगूसराय निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार बनाने की बात कही जा रही है। एनसीपी अपने पार्टी महासचिव तारिक अनवर को उनकी कटिहार सीट से फिर दोहरा सकती है।

आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने यह दावा किया है कि सीट साझेदारी को लेकर महागठबंधन में अब कोई किचकिच नहीं है। घटक दल के वरिष्ठ नेताओं द्वारा इसे हल कर लिया जाएगा।

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के समय महागठबंधन में शामिल आरजेडी 27 सीटों पर, कांग्रेस 12 सीटों पर और एनसीपी ने एक सीट पर आपसी तालमेल के साथ उम्मीदवार खड़ा किए थे। जिसमें आरजेडी ने 4 सीटें और कांग्रेस ने 2 सीटों पर जीत हासिल की थी और एनसीपी के तारिक अनवर कटिहार से चुनाव जीते थे।

 

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