जनमुद्दों की पत्रकारिता पर पत्रकारों ने किया मंथन

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रांची। सही मायने में जन मुद्दों से ही पत्रकारिता  का सरोकार है। पत्रकार की जिम्दामेवारी होती है कि वह उसे कितनी संजीदीगी से उठाता है। गांव-कस्बों में हमारे इर्दगिर्द कई मुद्दे हैं। उक्त बातें शुक्रवार को हिंदपीढ़ी स्थित मंथन युवा संस्थान में पत्रकारों को लेकर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में वरिष्ठ पत्रकार रजत गुप्ता नें कही। वे कार्यक्रम में विभिन्न जिलों से आए पत्रकारों को संबोधित कर रहे थें। सामाजिक सरोकार की पत्रकारिता, संदर्भ  झारखंड  विषयक  कार्यक्रम का आयोजन संवाद मंथन के अंतर्गत मंथन युवा संस्थान और नेशनल फाउंडेशन ऑफ़  इंडिया (एनएफआई) की ओर से किया गया।  इस विषय पर आगे रजत गुप्ता ने कहा कि लोगों की नज़र में आज अखबरों  की हालत यह है कि जन मुद्दे से लोगों का ध्यान  भटकाने के लिए विवादास्पद मुद्दों को तवज्जो देते हैं। लेकिन यदि पत्रकार इन मुद्दों को उभारें तो सरकारी तंत्र सुनने लगती है और लोगों के नजरिया बदलने में अपना योगदान कर सकते हैं। कार्यशाला में NFI की मिनी कक्कड़, ने बताया कि nfi की कोशिश है कि मीडिया और जन संगठन किस तरह जुड़ कर काम कर सकें, ताकि समुदाय के सबसे निचले स्तर तक के लोगो की बात सुनी जाये।

जन मुद्दों की पहचान के मुद्दे पर बात करते हुए खबर मंत्र के सलाहकार संपादक डॉ विजय भास्कर ने कहा कि आज सोशल मीडिया के दौर में भ्रम और गलत जानकारी बहुत जल्दी वायरल हों जाती है। ऐसे में पत्रकारों का यह दायित्व है कि वे जांच-परख कर ही रिपोर्ट बनाएं। अख़बारों का दायित्व है कि वे सामाजिक और आर्थिक जिम्मेदारियों के बीच सामंजस्य कायम कर के रखें।

सन्मार्ग के समाचार संपादक श्री ओम रंजन मालवीय ने कहा कि अखबारों में जन मुद्दों के लिए व्यापक जगह है। यदि मुद्दों को सही तरह से अध्यन करके आकड़ों के साथ संवेदनशीलता से रिपोर्ट बनाई जाये तो अखबार उन्हें छपने से इनकार नहीं कर सकते। सुधीर पाल में बताया कि संवाद मंथन जन सरोकार कि अभिव्यक्ति का एक राज्य स्तरीय संवाद मंच है उसके बाद राज्य के विभिन्न जिलों के उन पत्रकारों को एक मंच पर लाने की कोशिश की गई, जो सामाजिक सरोकार एवं विकास पत्रकारिता के प्रति गंभीर हैं। आगामी दिनों में क्षेत्रीय संवाद के आयोजन भी किए जाने का लक्ष्य है। कई पत्रकार इस मंच से जुड़ चुके हैं और विकास के विभिन्न मुद्दों पर विष्लेषणात्मक और तथ्यपरक समाचारों एवं लेखों का प्रकाशन एवं प्रसारण कर रहे हैं। इसके माध्यम से विभिन्न मुद्दों पर जारी सरकारी एवं गैर सरकारी रिपोर्ट्स, सर्वे, आंकड़ों आदि का विष्लेषण कर समय-समय पर पत्रकारों को उपलब्ध कराया जाता है।कार्यक्रम में राज्य भर से आये तकरीबन ३५ ग्रामीण पत्रकारों ने शिरकत की।

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