मुद्रा योजना से साहूकारों का टूटा वर्चस्वः राजीव

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पटना। मुद्रा योजना के बारे में चर्चा करते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री राजीव रंजन ने इससे देश में साहूकारों का वर्चस्व टूटने की बात कही. उन्होंने कहा “ इस देश में एक ऐसा समय था जब बड़े नेता फोन कर के बड़े-बड़े उद्योगपतियों को लोन दिलवाते थे और दूसरी तरफ एक छोटा उद्यमी साहूकारों को मंहगे दर पर ब्याज चुकाने के चक्कर में कुछ ऐसे फंस जाता था कि वह पूरी जिंदगीबाहर नहीं निकल पाता था. इसी दुष्चक्र को तोड़ने के लिए सरकार ने मुद्रा योजना लायी और आज छोटे कारोबारियों को सेठ-साहूकारों के चंगुल से मुक्ति दिला रही है. आज इस योजना से 12 करोड़ से अधिक लोग लाभान्वित हो अपना कारोबार कर रहे हैं. इस योजना के तहत आज पौने 6 लाख करोड़ से अधिक की राशि वितरित की जा चुकी है. आज न केवल मुद्रा योजना से स्व-रोजगार के अवसर बने हैं बल्कि इससे अन्य लोगों को भी रोजगार मिल रहा है.  मुद्रा एक ऐसी योजना है जिसमें लक्ष्य से अधिक लोन दिए गए हैं. इसमें भी 28 प्रतिशत यानि सवा तीन करोड़ से ज्यादा ऋण ऐसे लोगों को दिए गए है जिन्होंने पहली बार अपना कोई कारोबार शुरु किया है. ये वो लोग हैं जो एक तरह से बेरोजगारी से निकलकर रोजगार पैदा करने की स्थिति में आ गए।सबसे खुशी की बात यह है कि इसमें 74 प्रतिशत लाभार्थी महिलाएं हैं यानि 9 करोड़ से ज्यादा लोन सिर्फ महिलाओं को दिए गए है. जब महिला आगे बढ़ती है, आर्थिक गतिविधि का केंद्र बनती है तो पूरे परिवार का आत्मविश्वास बढ़ता है,  हकीकत में लोगों की सोच ही बदल जाती है और इससे समाज सशक्त होता है. इसी तरह मुद्रा योजना के तहत 55 प्रतिशत लोन पिछड़े समाज के व्यक्तियों को दिए गए है यानि तकरीबन 12 करोड़ लोनों  में से 55 प्रतिशत लोन SC/ST और OBC समाज के उद्यमियों को दिए गए है.”

अपने दूसरे ट्वीट में श्री रंजन ने कहा “ दशकों से हम सभी गरीबी के नाम पर सभी पार्टियों के नारे सुनते आए हैं, गरीबों के उत्थान और गरीबी हटाने की बातें सुनी हैं, लेकिन धरातल पर क्या हुआ यह हम सभी जानते हैं. लेकिन मुद्रा योजना आज हकीकत में गरीबी हटाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही है. अगर युवाओं को दशकों पहले मुद्रा जैसी योजना मिल जाती, तो शहरों की तरफ पलायन की समस्या भी इतनी विकराल नहीं होती. बिना बैंक गारंटी कर्ज मिलने पर, कम ब्याज दरों पर कर्ज मिलने पर युवा अपने गांव या शहर में रहते हुए ही अपने दम पर रोजगार करते. आज गरीब से गरीब व्यक्ति को बिना किसी गारंटी  के मुद्रा लोन मिल रहा है. आज एक सामान्य जन भी, बिना किसी खास नाम और पहचान वाला व्यक्ति भीमुद्रा लोन की मदद से उद्यमी बन सकता हैं. यह एक ऐसी योजना है जो बिना किसी भेदभाव के गरीब तथा पिछड़े समाज को आर्थिक एवं सामाजिक बल देने के साथ उन्हें सशक्त करने का काम कर रही है. ”

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