कोरोना से लड़ाई के लिए 7 सूत्रों का पालन करें भाजपा कार्यकर्ता

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संजय जयसवाल ने नीतीश शासन की तारीफ के पुल बांधे। कहा राजद शासन में लोगों का घर से निकलना मुश्किल था, लेकिन नीतीश शासन में बदमाश जेल गये या मारे गये।
संजय जयसवाल ने नीतीश शासन की तारीफ के पुल बांधे। कहा राजद शासन में लोगों का घर से निकलना मुश्किल था, लेकिन नीतीश शासन में बदमाश जेल गये या मारे गये।

पटना। कोरोना से लड़ाई के लिए भाजपा कार्यकर्ता 7 सूत्रों का पालन करें। ये सात सूत्र सुझाये हैं बिहार भाजपा अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने। उन्होंने इन पर अमल का अनुपोध किया है। डॉ जायसवाल ने आज ऑडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पूरे प्रदेश के कार्यकर्ताओं से इस युद्ध में जनता के साथ खड़े होने का आह्वान किया। कांफ्रेंस के जरिए उन्होंने सभी मंडल अध्यक्षों को बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं का हाल-चाल पूछने तथा उनसे निरंतर अपने क्षेत्र का हाल-चाल मालूम करते रहने के निर्देश दिए। उन्होंने समस्त कार्यकर्ताओं से अपने-अपने क्षेत्रों में चल रहे राशन वितरण कार्यक्रम की सतत मॉनिटरिंग करने की अपील करते हुए, राशन नही ले पाने वालों की हरसंभव मदद करने का आग्रह किया।

कोरोना को देखते हुए सभी से सतर्क तथा सजग रहने का अनुरोध करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने सभी कार्यकर्ताओं को इस संकट से निपटने के लिए सात सूत्र दिये। उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार लगातार सावधानी वाले कदमों को उठा रही है। ऐसे में भाजपा के हम सारे कार्यकर्ताओं का यह कर्तव्य है कि विपदा की इस घड़ी में सात सूत्रों के जरिए परिस्थिति को समझें और जनता के साथ पूरी अडिगता से खड़े रहें।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद लॉकडाउन की घोषणा हो चुकी है। इस लॉकडाउन में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी सेवाओं को बंद करने का निर्देश जारी किया गया है। कोरोना के खिलाफ छेड़े गये इस अभियान में भाजपा के हम सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं का यह दायित्व है कि नियमों का सख्ती से पालन करें व प्रशासन का अपना पूरा सहयोग दें। राज्य के सभी भाजपा कार्यालय पूरी तरह से बंद रहेंगे। इसमें किसी भी अपवाद या वीआईपी व्यवहार के लिए जगह नहीं रहनी चाहिए।

संकट की इस घड़ी में पार्टी नेताओं को स्वयं को स्थानीय प्रशासन, पुलिस, अस्पतालों में तालाबंदी और निगरानी के लिए स्वयंसेवक के रूप में पेश करना चाहिए। साथ ही राज्य अध्यक्षों, जिला अध्यक्षों को जनता से अपील करते हुए प्रेस विज्ञप्तियां व सोशल मीडिया पर आधिकारिक पत्र लिखने चाहिए।

इस लॉकडाउन से कई लोग अपने दफ्तर नहीं जा पाएंगे। ऐसे में हमें व्यक्तिगत रूप से कंपनी मालिकों व अन्य नियोक्ताओं से यह अनुरोध करने की आवश्यकता है कि वह अपने कर्मचारियों के साथ खड़े होकर उनके हितों का ख्याल रखें. इस दौरान उनके कर्मियों के वेतन में किसी तरह की कटौती न हो। हमें व्यापार में लगे लोगों से बात कर उन्हें किसी भी प्रकार की कालाबाजारी या जमाखोरी से बचने के लिए प्रेरित करना चाहिए।

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हमें अपने आस-पड़ोस में अभियान चला कर सामाजिक दूरी (social distancing), घरों में रहने की आदत एवं अच्छी स्वास्थ्य प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए सभी को जागरूक करना चाहिए।  लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए डॉक्टरों, पुलिसकर्मियों, मीडियाकर्मियों और देशवासियों के प्रति आभार व्यक्त करने वाले ट्वीट करें। इस दौरान आवश्यक सेवाओं में लगे कर्मियों को और अपने कार्यकर्ताओं को देशवासियों की भलाई के लिए और मेहनत से काम करने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित करें।

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डॉ जायसवाल ने कहा कि कल अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने 21 दिन बनाम 21 वर्ष के बारे में जो कहा है, वह अक्षरश: सत्य है। अगर अगले 21 दिनों तक हमने संयम और सहयोग नहीं रखा तो हमारा देश 21 वर्ष पीछे चला जाएगा। आज जहाँ दुनिया के कई विकसित मुल्क कोरोना के कहर से बुरी तरह जूझ रहे हैं, वैसे समय में भारत सरकार ने अपनी व्यवस्थाओं से पूरे विश्व के सामने एक उदहारण पेश किया है। सरकार को धन्यवाद देते हुए हमें यह प्रण लेना चाहिए कि प्रधानमंत्री के प्रयासों को सफल बनाने में भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपनी पूरी क्षमता लगा देगा। यह वक्त कोरोना से आर या पार की लड़ाई का है। आपसी एकजुटता से हम निश्चय ही इसपर विजय प्राप्त करेंगे।

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