दिल्ली। भोजपुरी नाट्य महोत्सव- 2021 का आयोजन 20 मार्च से 26 मार्च तक होगा। कार्यक्रम मशहूर नाट्य संस्था रंगश्री इसका आयोजन कर रही है। दिल्ली की जानी-मानी नाट्य संस्था ‘रंगश्री’ की ओर से सातवें भोजपुरी नाट्य महोत्सव का आयोजन 20 मार्च, 2021 से 26 मार्च, 2021 तक किया जाएगा। इस आयोजन में भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय एवं सीवान की संस्था परिवर्तन की विशेष भागीदारी है।
रंगश्री के निर्देशक महेन्द्र प्रसाद सिंह के मुताबिक महोत्सव में पांच नाटकों की सात प्रस्तुतियां रंगश्री के कलाकार पेश करेंगे। स्व. नरेन्द्र रस्तोगी मशरक कृत नाटक ‘मास्टर गनेसी राम’ से महोत्सव का शुभारंभ 20 मार्च को मुक्ताकाश मंच, परिवर्तन परिसर, नरेन्द्रपुर, सीवान, बिहार में होगा। इस नाटक की प्रस्तुति 25 मार्च को चैनपुर-चरिहारा, मशरक के अवध सिंह उच्च विद्यालय में की जाएगी।
मुक्ताकाश मंच में 21 मार्च को परिवर्तन रंगमंडली ‘अश्लीलता, कोरोना आ लॉकडाउन’ प्रस्तुत करेगी, जिसके निर्देशक हैं आशुतोष मिश्रा। वहां 23 और 24 मार्च को महेंद्र प्रसाद सिंह लिखित दो नाटकों- ‘बिरजू के बिआह’ और ‘खुदा ना खास्ते’ का मंचन होगा। 22 मार्च को पद्मश्री दया प्रकाश सिन्हा कृत नाटक ‘अपने अपने दाव’ का मंचन किया जाएगा।
इस महोत्सव का समापन 26 मार्च, 2021 को कालीदास रंगालय, पटना में नाटक ‘बिरजू के बिआह’ मंचन के साथ संपन्न होगा। कार्यक्रम की सफलता के लिए आयोजक टीम पहले से ही सक्रिय हो गयी है।
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