- मरीजों के लिए एंबुलेंस और व्हील चेयर की व्यवस्था
- स्क्रीनिंग के बाद मजदूरों व मरीजों को भेजा गया घर
- बसों से सभी यात्रियों को घरों के लिए किया गया रवाना
- जिला प्रशासन द्वारा की गई थी 57 बसों का इंतजाम
रांची। वेल्लोर से हटिया पहुंची स्पेशल ट्रेन में 1200 से ज्यादा यात्री लौट आये। इन यात्रियों में ज्यादातर मरीज थे, जो इलाज के लिए गये थे। श्रमिक भी आये थे। वेल्लोर (काटपाडी) से श्रमिक स्पेशल ट्रेन हटिया स्टेशन पहुंची। इस स्पेशल ट्रेन से 1200 से ज्यादा यात्री हटिया आये, जिनमें प्रवासी मजदूर और मरीज शामिल थे। हटिया स्टेशन पहुंचने पर सभी यात्रियों का गुलाब का फूल देकर स्वागत किया गया।
मरीजों के लिए एंबुलेंस और व्हील चेयर की व्यवस्था की गयी थी। स्पेशल ट्रेन से वेल्लोर से हटिया पहुंचे लोगों में मरीज भी थे। इन मरीजों की सुविधा के लिए रांची जिला प्रशासन की ओर से एंबुलेंस की व्यवस्था की गई थी। साथ ही वैसे मरीज जो चल पाने में असमर्थ थे, उनके लिए व्हीलचेयर का भी इंतजाम किया गया था। जिला प्रशासन द्वारा प्रतिनियुक्त किए गए वॉलिंटियर्स ऐसे मरीजों को व्हीलचेयर के माध्यम से एंबुलेंस तक पहुंचा रहे थे।
बसों से मजदूरों को संबंधित जिलों के लिए किया गया रवाना
स्पेशल ट्रेन से हटिया पहुंचे प्रवासी मजदूरों को अपने घर भेजने के लिए रांची जिला प्रशासन द्वारा बसों की भी व्यवस्था की गई थी। वापस लौटे प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग के बाद उन्हें संबंधित जिलों की बसों में बैठाकर उनके घरों के लिए रवाना किया गया। प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा 57 बसों की व्यवस्था की गई थी।
श्रमिक स्पेशल ट्रेन से वापस झारखंड आने वाले लोगों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए पूरी व्यवस्था का रांची उपायुक्त राय महिमापत रे हटिया रेलवे स्टेशन पर पल-पल जायजा ले रहे थे। सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कर मजदूरों को बसों और एंबुलेंस तक पहुंचाने की वह बारीकी से निगरानी कर रहे थे। श्रमिक स्पेशल ट्रेन से वेल्लोर से हटिया पहुंचे लोगों ने जिला प्रशासन रांची द्वारा स्टेशन पर की गई व्यवस्था की सराहना की। उन्होंने सरकार का धन्यवाद देते हुए कहा कि हमें किसी तरह की कोई समस्या नहीं, हमें वापस लाने के लिए जो व्यवस्था की गई उसके लिए हम आभारी हैं।
यह भी पढ़ेंः कर्नाटक ने बिहार के लोगों को आने से रोका तो तेजस्वी भड़के
यह भी पढ़ेंः कर्नाटक में बिहार के लोगों को रोकने की बात अफवाहः सुशील मोदी