लालू के घर झगड़े की वजह कहीं ऐश्वर्या राय तो नहीं!

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पटना। लालू प्रसाद के परिवार में भाइयों के बीच कलह के मूल में तेज प्रताप की नवब्याहता ऐश्वर्या राय 5 जुलाई को राजद का 22वां स्थापना दिवस समारोह है. लालू प्रसाद अपने इलाज के लिए मुंबई में हैं इसलिए इस कार्यक्रम में वह मौजूद नहीं होंगे. उनकी गैरमौजूदगी में तेजस्वी यादव को समारोह का उद्धघाटन करना है. राजद की तरफ से भेजे गये आमंत्रण पत्र में तेजप्रताप यादव और मीसा भारती का नाम नहीं होना पहले से ही विवाद को बढ़ा रहा है. ऊपर से तेजप्रताप यादव के समर्थकों ने स्थापना दिवस के लिए जो बैनर – पोस्टर लगाये हैं उसमे तेजप्रताप की पत्नी ऐश्वर्या की भी तस्वीर लगा गई है. तेजप्रताप – ऐश्वर्या की शादी को अभी दो माह भी पूरे नहीं हुए लेकिन राजद के पोस्टर – बैनरों में ऐश्वर्या की मौजूदगी यह संकेत दे रही है कि लालू परिवार में नये सियासी दावेदार की इंट्री हो चुकी है. मौजूदा हलचल के बाद अब सबकी नजरें कल होने वाले स्थापना दिवस समारोह पर टिकीं होंगी.

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लालू प्रसाद यादव के घर में कलह ने घर बना लिया है। इस कलह के संदर्भ में लालू का घराना भले यह कहे कि किसी हैकर के कारण यह सब हो रहा है, लेकिन सच कुछ और है। आप ने गौर किया होगा कि लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप की शादी के बाद से ही खटपट का बीजारोपण हुआ है। कभी ट्वीटर तो कभी फेसबुक वाल पर तेज प्रताप की भड़ास निकलती रही है। उसके पहले ऐसा नहीं था। राजनीति की समझ रखने वाले साफ कहते हैं कि इसके पीछे लालू की बहू ऐश्वर्या राय हैं।

ऐश्वर्या राय ने राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले घराने में जन्म लिया है, इसलिए राजनीति की बुनियादी समझ तो उन्हें होगी ही। पोस्ट डालना और दूसरे के माथे ठीकरा फोड़ कर पोस्ट हटा लेना, यह क्रम दो-तीन बार हो चुका। कभी अपनी उपेक्षा का आरोप तो कभी युवा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का आरोप तेज प्रताप के पोस्ट में दिखाई देता रहा है। आश्चर्य की बात है कि दल के भीतर के झगड़े को उजागर करने के लिए तेज प्रताप ने सोशल मीडिया का रास्ता चुना। किसी को भरोसा नहीं हो रहा कि खुद तेज प्रताप ऐसा करेंगे। राजद में भी ऐश्वर्या ने जगह बनानी शुरू कर दी है। पांच जुलाई को राजद का स्थापना दिवस है। इसके जौ बैनर-पोस्टर शहर में लगे हैं, उनमें ऐश्वर्या को भी जगह दी गयी है। हाल-फिलहाल लालू के घर बहू बन कर आईं ऐश्वर्या को राजद में जाने की हड़बड़ी तो हो नहीं सकती। यानी पार्टी में भी दो खेमों का उभार दिखने लगा है। तेजस्वी के आगे बड़ा होने के बावजूद तेज प्रताप को घर व पार्टी में अहमियत कम मिलती रही है, यह तो तय है। राजद में लालू घराने के मुखर प्रतिनिधि के तौर पर तेजस्वी ही दिखते रहे हैं। बहुत हद तक संभव है कि ऐश्वर्या उस हक को प्राप्त करने की दिशा में तेजप्रताप को ज्ञान दे रही हों।

 

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