परियां नीले वस्त्र पहनती हैं और उनके बाल सुनहरे होते हैं

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परियां नीले वस्त्र पहनती हैं और उनके बाल सुनहले होते हैं। भूमंडल में परियों का अस्तित्व है। परियों को देखने के लिए उम्दा किस्म के कैमरे की जरूरत है।
परियां नीले वस्त्र पहनती हैं और उनके बाल सुनहले होते हैं। भूमंडल में परियों का अस्तित्व है। परियों को देखने के लिए उम्दा किस्म के कैमरे की जरूरत है।

परियां नीले वस्त्र पहनती हैं और उनके बाल सुनहरे होते हैं। भूमंडल में परियों का अस्तित्व है। परियों को देखने के लिए उम्दा किस्म के कैमरे की जरूरत है। साउथ वेल्स में इन्हें देखा गया था। दावा यह है कि नन्हीं लड़कियों जैसी दिखती हैं ये परियां।

  • ध्रुव गुप्त

आइए, आज आपका परिचय कराता हूं दुनिया की कुछ सबसे चमत्कारी तस्वीरो में से एक तस्वीर से। तस्वीर की पृष्ठभूमि यह है कि कुछ साल पहले वेल्श रैप ग्रुप के प्रसिद्ध कलाकार जॉन रुतलेदगे साउथ वेल्स के भ्रमण पर निकले थे। उन्होंने वहां के खूबसूरत मैदानों के कई फोटोग्राफ लिए। घर लौट कर उन्होंने वे तस्वीरें देखीं तो उन्हें अपनी आंखों पर यक़ीन नहीं हुआ।

कई तस्वीरों में नन्हीं लड़कियों जैसी कई छोटी-छोटी जीव कैद थीं। उनके हाथ-पैर भी थे और चिड़ियों की तरह पंख भी। वे सभी हवा में उड़ रही थीं। अखबारों में इन तस्वीरों की चर्चा के बाद कई वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं ने इन दुर्लभ तस्वीरों की जांच की और पाया कि तस्वीरें असली हैं और उनके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है।

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क्या ये परियों की तस्वीरें हैं? वही परियां, जो विज्ञान द्वारा नकार दिए जाने के बावज़ूद प्राचीन काल से आज तक दुनिया में हमारी कथाओं और स्वप्नों का हिस्सा बनी हुई हैं। दुनिया के परामनोवैज्ञानिक मानते रहे हैं कि परियां दूसरे आयामों की जीव हैं, जो हमारी प्रकृति की देखभाल करती हैं। उन्हें देखने के लिए हमें चेतना के उस स्तर तक जाना होगा जो स्तर छोटे बच्चों का होता है।

दुनिया भर में बच्चे परियों को देखने और उनके साथ खेलने की बातें करते रहे हैं।  पिछली सदी में भी परियों का देश कहे जाने वाले आयरलैंड में शान्नोन एयरपोर्ट के आसपास एक परामनोवैज्ञानिक सिल्विया ब्राउन ने फूलों और पत्तियों पर फुदकती पंखों वाली एक नन्ही, सुंदर परी को देखा था, जिसके बाल सुनहरे, वस्त्र नीले थे। पुख्ता प्रमाण के अभाव में उनकी बात को किसी ने गंभीरता से नहीं लिया।

जॉन की इन तस्वीरों के वायरल होने के बाद परामनोवैज्ञानिकों ने गंभीरता से परियों के अस्तित्व की खोज शुरू कर दी है। यह तो साबित हो गया है कि परियां हमारी आंखों की ज़द से भले बाहर हों, उन्नत तकनीक वाले कैमरों से उन्हें पकड़ा जा सकता है। क्या पता तकनीक की मदद से ये परियां कथाओं से निकल कर कल सचमुच हमारी ज़िन्दगी का हिस्सा बन जाएं !

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