नीतीश कुमार ने 181 करोड़ बाढ़ पीड़ितों के बैंक खातों में डाले 

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पटना। नीतीश कुमार ने 181 करोड़ बाढ़ पीड़ितों के बैंक खातों में डाले और इसके साथ ही बाढ़ पीड़ितों की सहायता राशि डीबीटी के माध्यम से भेजने की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को बाढ़ पीड़ित परिवारों को अनुग्रह राहत हेतु सहायता राशि सीधे उनके बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से भुगतान प्रक्रिया का शुभारंभ माउस क्लिक कर किया।

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पहले चरण में बाढ़ग्रस्त जिलों के कुल 302329 सत्यापित परिवारों के खाते में सीधे 1813974000 (एक सौ इक्कासी करोड़ उनचालीस लाख चैहत्तर हजार) रुपये की सहायता राशि का भुगतान किया गया। बाढ़ प्रभावित जिलों में शामिल अररिया में 42441 परिवारों के बीच 254646000 रूपये, दरभंगा में 67028 परिवारों के बीच 402168000 रूपये, किशनगंज में 3724  परिवारों  के  बीच  22344000, मधुबनी में 35222 परिवारों  के  बीच  211332000 रुपये, मुजफ्फरपुर में 6855 परिवारों के बीच 41130000, पूर्वी चंपारण में 31190 परिवारों के  बीच  187140000  रूपये,  पुर्णिया में 20738 परिवारों के बीच 124428000 रुपये, सहरसा में 4967 परिवारों के बीच 29802000 रूपये, शिवहर में 8861 परिवारों के बीच 53166000 रूपये, सीतामढ़ी में 77457 परिवारों के बीच 464742000 रूपये, सुपौल में 3846 परिवारों के बीच 23076000 रूपये का वितरण सीधे पीड़ित परिवारों के खाते में किया गया।

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बाढ़ से प्रभावित सभी परिवारों को निर्धारित साहाय्य मानदर के अनुसार 6000 रूपये प्रति परिवार की दर से अनुग्रह साहाय्य राशि का भुगतान किया जायेगा। राशि का अंतरण एनआईसी के सहयोग से पी.एफ.एम.एस. प्रणाली (पब्लिक फाइनेंसियल मैनेजमेंट सिस्टम) के माध्यम से राज्य स्तर से ही सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में करने का  निर्णय  राज्य  सरकार  द्वारा  लिया  गया।

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इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में अब भी भी कुछ ऐसे परिवार हैं, जो सरकारी  योजनाओं  से पूरी  तरह अनभिज्ञ  हैं।  अधिकारियों  को  निर्देश  देते हुए  उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ित ऐसे परिवारों को चिन्हित कर तत्काल उनका खाता खुलवाने का प्रबंध करिये, ताकि उनको भी ससमय लाभ पहुँच सके। अगर जरूरत पड़े तो इस काम में विकास मित्र और जीविका समूह का सहयोग लें। उन्होंने कहा कि यह सिस्टम बहुत अच्छा है, जिसके माध्यम से पूरी पारदर्शिता के साथ लाभुकों के खाते में सीधे सहायता राशि बिना किसी व्यवधान के पहुंच जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रचार-प्रसार के माध्यम से लोगों को जागरूक करें कि जिन बाढ़ पीड़ित परिवारों का बैंक खाता नहीं है, वो अविलंब अपना खाता खुलवा लें, ताकि उन्हें भी ससमय लाभ पहुंचाया जा सके।

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इस अवसर पर आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय, मुख्य सचिव दीपक कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, मुख्यमंत्री के अपर सचिव चंद्रशेखर सिंह सहित आपदा प्रबंधन विभाग के पदाधिकारी एवं आई.सी.आई.सी.आई. बैंक के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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