फागुन में पढ़ें रमेशचंद्र की लघुकथा- जब मूड होलियाना हो गया..!
रमेशचंद्र
तिजहरिया ढलने को आई। होली का दिन था। मगर होली नजर न आ रही थी। सभी अपने घरों में बंद थे। कस्तूरी से...
लिंचिंग………………………………………………………………….
असगर वजाहत
बूढ़ी औरत को जब यह बताया गया कि उसके पोते सलीम की 'लिंचिंग' हो गई है तो उसकी समझ में कुछ न...